यदि आपके पास चिरंजीवी कार्ड है, तो राजस्थान की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत आपको और आपके परिवार को 25 लाख रूपये तक का इलाज बिलकुल मुफ्त प्राप्त होता है। इसके लिए प्रदेश भर के कई सरकारी एवं निजी अस्पताल सूचित किये गए है।
चिरंजीवी योजना में मिलने वाले लाभ
☑️ 25 लाख रु तक का मुफ्त इलाज ☑️ 1576 विभिन्न बिमारियों का पैकेज योजना में शामिल ☑️ भर्ती से 5 दिन पहले और 15 दिन बाद का व्यय होगा बीमा में कवर ☑️ 756 सरकारी और 450 प्राइवेट हॉस्पिटल है योजना जुड़े
चिरंजीवी कार्ड बनाने के लिए आपको योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है। चिरंजीवी कार्ड बनाने की प्रक्रिया क्या है और कौन लोग इसके लिए पात्र है, ये सब जानेंगे आप आज इस आर्टिकल में
चिरंजीवी कार्ड कैसे बनाए?
चिरंजीवी कार्ड आप 3 तरीकों से बनवा सकते है। हालाँकि ध्यान रहे, इसके लिए आपको योजना के लिए पात्र होना आवश्यक है। ये 3 तरीके नीचे बताये गए है –
- पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर के
- NFSA के लाभार्थियों को रजिस्ट्रेशन कि ज़रूरत नहीं
- समय समय पर सरकार द्वारा आयोजित शिविर के माध्यम से
कोई भी व्यक्ति यदि NFSA यानि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का लाभार्थी है तो उसे अलग से चिरंजीवी कार्ड के लिए पंजीयन की कोई आवश्यकता नहीं है। वह अपने जन-आधार कार्ड और राशन कार्ड के ज़रिए सीधे ही चिन्हित अस्पतालों में मुफ्त इलाज का लाभ ले सकता है।
अन्य सभी पात्र व्यक्ति आधिकारिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर अपना चिरंजीवी कार्ड बना सकते है। इसकी पूरी प्रक्रिया को हमने आगे समझाया हुआ है।
चिरंजीवी कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
दोस्तों, चिरंजीवी कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले SSO पोर्टल पर सबसे पहले अपनी SSO ID बनानी होती है। इसे बनाना बहुत ही आसान और पूरी तरह निः शुल्क है, इसके लिए आप हमारे आर्टिकल ‘SSO ID कैसे बनाये’ की सहायता भी लें सकते है।
👉 जब आपकी SSO ID बन जाये या आपके पास यह पहले से मौजूद है, तो आपको ऑफिसियल चिरंजीवी पोर्टल पर जाना होगा
👉 चिरंजीवी पोर्टल के होम पेज पर ही आपको ऑनलाइन पंजीकरण का ऑप्शन दिखाई देगा, उसपे क्लिक करें और अपनी SSO ID डाल कर लॉग इन कर लें
👉 यहाँ आपको Free और Paid में से कोई एक विकल्प का चुनाव करना होगा
- Free विकल्प के तहत वो पात्र आते है, जिनके लिए यह योजना पूरी तरह से मुफ्त है
- Paid विकल्प में कुल प्रीमियम का 50% यानि 850 रु सालाना शुल्क देना होता है
पात्रता की विस्तृत जानकारी, आर्टिकल में आगे पढ़ी जा सकती है।
👉 इसके बाद आपको अपना जन-आधार नंबर दर्ज करना होगा। जन-आधार संख्या प्राप्त ना होने की स्थिति में आप पंजीयन क्रमांक भी डाल सकते है। आपके सामने परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी खुल जाएगी।
👉 इसके बाद परिवार के किसी भी एक सदस्य को डिजिटल हस्ताक्षर (e-Signature) करना होता है, जिसके लिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP प्राप्त होगा। यह OTP पोर्टल पर डाल के आप डिजिटल हस्ताक्षर कर सकते है।
👉 इसके बाद श्रेणी के अनुसार आपको अपनी सारी डिटेल्स भरनी होगी, जिसके बाद आप पालिसी डॉक्यूमेंट को प्रिंट कर सकते है।
👉 वह परिवार जो Paid श्रेणी में आते है, उन्हें प्रीमियम की राशि 850 रु जमा करनी होती है, जिसे आप ऑनलाइन माध्यम से जमा कर सकते है। इसके बाद ही पालिसी डॉक्यूमेंट प्रिंट करने का आप्शन मिलेगा।
चिरंजीवी कार्ड बनाने की पात्रता
राजस्थान राज्य का कोई भी व्यक्ति जो सरकारी कर्मचारी या पेंशनर नहीं है, वो चिरंजीवी कार्ड बना सकता है। हालाँकि इसके लिए Free और Paid दो अलग श्रेणी है, जिसकी जानकारी इस प्रकार है-
राज्य के लघु, सीमांत किसान / NFSA के लाभार्थी / सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के पात्र परिवार | Free |
प्रदेश के सभी विभागों में कार्यरत संविदा कर्मी | Free |
राज्य सरकार द्वारा COVID -19 अनुग्रह राशि प्राप्त करने वाले व्यक्ति | Free |
प्रदेश के अन्य सभी परिवार जो सरकारी कर्मचारी या पेंशनर नहीं है | Paid (850 रु जो कुल प्रीमियम का 50% है) |
चिरंजीवी कार्ड बनाने में कितने पैसे लगते है?
चिरंजीवी कार्ड बनाने के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से निः शुल्क है। ऊपर बताये अनुसार जिन लोगो के लिए प्रीमियम की राशि लागू होती है, बस उन्हें अपने प्रीमियम की राशि जमा करनी होती है।
हालांकि यदि आप अपना चिरंजीवी कार्ड ई-मित्र (e-Mitra) के ज़रिए बनाते है, तो आपको मामूली सा सेवा शुल्क अदा करना होता है, जो इस प्रकार से है –
- आवेदन का शुल्क – 20 रु
- प्रीमियम जमा कराने का शुल्क – 10 रु
- प्री-प्रिंटेड कागज़ पर पालिसी प्रिंट – 20 रु
- सादे कागज़ पर पालिसी प्रिंट – 10 रु
चिरंजीवी योजना से जुडी पूछताछ या शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 181 पर संपर्क किया जा सकता है।
निष्कर्ष
चिरंजीवी कार्ड बनाने के लिए चिरंजीवी पोर्टल पर पंजीयन कराया जा सकता है। यह सेवा पूरी तरह से निः शुल्क है। चिरंजीवी कार्ड के द्वारा सालाना 25 लाख रु तक का इलाज योजना से जुड़े अस्पतालों में पूरी तरह से मुफ्त में कराया जा सकता है। इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती होने से 5 दिन पहले ओर छुट्टी होने के 15 दिनों बाद तक का व्यय भी बीमा में शामिल होता है।
उम्मीद है, इस आर्टिकल से आपको चिरंजीवी कार्ड कैसे बनाये जाते है, इसकी पूरी प्रक्रिया समझ आ गयी होगी। चिरंजीवी कार्ड बनाने में यदि आपको अन्य किसी भी तरह की समस्या आती है, तो आप कमेंट में हम से पूछ सकते है। धन्यवाद!